पोल्ट्री फार्म रोगों से बचाव और टीकाकरण गाइड – स्वस्थ मुर्गियाँ और ज्यादा उत्पादन

farmingmantra
0

जानें पोल्ट्री फार्म में रोगों से बचने के उपाय, जरूरी टीकाकरण और प्रिवेंटिव केयर। स्वस्थ मुर्गियाँ और अधिक उत्पादन के लिए पूरी गाइड।


 पोल्ट्री फार्म में रोगों से बचाव और टीकाकरण गाइड

पोल्ट्री फार्मिंग एक लाभकारी व्यवसाय है, लेकिन बीमारियाँ और संक्रमण हमेशा खतरा बने रहते हैं। अगर समय पर प्रिवेंटिव केयर और टीकाकरण न किया जाए, तो फार्म का सारा निवेश नुकसान में जा सकता है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से जानेंगे कि पोल्ट्री फार्म में किस तरह की देखभाल करनी चाहिए और कौन-कौन सी वैक्सीन देनी चाहिए।

                                                                             

स्वस्थ मुर्गियों के साथ पोल्ट्री फार्म, टीकाकरण प्रक्रिया और पास में आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ जैसे नीम, हल्दी और तुलसी

पोल्ट्री फार्म में प्रिवेंटिव केयर – बेसिक केयर टिप्स

  1. स्वच्छता (Hygiene):

    • फार्म को रोज साफ करें।

    • पानी और फीड ट्रे को हमेशा साफ रखें।

    • गंदगी और आर्द्रता से बीमारियाँ फैलती हैं।

  2. हवादार और ड्राई जगह:

    • चिकन हाउस में अच्छी वेंटिलेशन हो।

    • नमी और गंदगी कम रखें।

  3. संतुलित आहार (Balanced Diet):

    • प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और मिनरल्स से भरपूर फीड दें।

    • आयुर्वेदिक हर्ब्स जैसे हल्दी, नीम और तुलसी से इम्यूनिटी बढ़ाएं।

  4. साफ पानी (Clean Water):

    • रोज पानी बदलें।

    • कभी-कभी नीम या हल्दी का हल्का अर्क पानी में डाल सकते हैं।

  5. बायोसेफ्टी (Biosecurity):

    • बाहरी आगंतुकों को फार्म में जाने से रोकें।

    • उपकरण और जूते अलग रखें।

    • संक्रमित पक्षियों को तुरंत अलग करें।

  6. नियमित स्वास्थ्य मॉनिटरिंग:

    • रोज पक्षियों की निगरानी करें।

    • कमजोरी, कम खाना, दस्त या खांसी के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत जांच करें।


पोल्ट्री में जरूरी टीकाकरण (Vaccination Schedule)

टीकाकरण पोल्ट्री फार्म की सबसे बड़ी सुरक्षा है। नीचे चिकन और अंडा उत्पादन वाले फार्म के लिए सामान्य वैक्सीन लिस्ट है:

क्रमांक वैक्सीन का नाम उम्र/टाइमिंग रोग से सुरक्षा
1 BCG / NDV (Newcastle Disease Vaccine) 1 हफ्ता न्यूकैसल रोग से सुरक्षा
2 IBV (Infectious Bronchitis Vaccine) 1-2 हफ्ते सांस रोग से बचाव
3 Marek’s Disease Vaccine दिन 1 (चूजे को) मेरक रोग से सुरक्षा
4 Fowl Pox Vaccine 8-10 हफ्ते चर्म रोग से बचाव
5 Gumboro Vaccine (IBD) 2-3 हफ्ते इम्यून डिफ़िशिएंसी से बचाव
6 Avian Influenza (Bird Flu) फार्म की स्थिति अनुसार बर्ड फ्लू से सुरक्षा
7 Coccidiosis Vaccine 1-3 हफ्ते आंत रोग से बचाव


नोट: वैक्सीन की डोज और टाइमिंग क्षेत्र और फार्म की स्थिति पर निर्भर करती है। हमेशा स्थानीय पशु चिकित्सक की सलाह लें।


 पोल्ट्री फार्म में रोगों से बचाव के आयुर्वेदिक उपाय

  1. नीम के पत्ते:

    • पानी में उबालकर छिड़काव करें।

    • रोगजनकों को कम करता है।

  2. हल्दी का पानी:

    • हल्दी + अदरक पानी में डालकर दिन में एक बार दें।

    • इम्यूनिटी बढ़ाता है।

  3. तुलसी अर्क:

    • मुर्गियों को हल्का तुलसी अर्क दें।

    • सांस रोग और इन्फेक्शन से बचाता है।

  4. काली मिर्च और लहसुन:

    • आहार में हल्का मिलाएँ।

    • बैक्टीरिया और परजीवी से बचाव।


 पोल्ट्री फार्म में रोगों की रोकथाम के लिए अतिरिक्त टिप्स

  • नियमित डीनिंग और फीडिंग टाइम रखें।

  • हाउस में सर्दी-गर्मी का ध्यान रखें।

  • नया पक्षी लाने से पहले क्वारंटाइन करें।

  • हर हफ्ते चूजों और बड़ों का वेट और ग्रोथ रिकॉर्ड रखें।

  • रोग के शुरुआती लक्षण दिखाई दें तो तुरंत पशु चिकित्सक को दिखाएँ


निष्कर्ष

पोल्ट्री फार्म में सफलता का राज है:

  1. साफ-सफाई और हवादार वातावरण

  2. संतुलित आहार और आयुर्वेदिक टॉनिक

  3. समय पर टीकाकरण और रोगों की मॉनिटरिंग

यदि आप इन उपायों को नियमित अपनाते हैं, तो आपके फार्म की मुर्गियाँ स्वस्थ रहेंगी, अंडा और चिकन उत्पादन बढ़ेगा, और आर्थिक लाभ भी सुनिश्चित होगा।


suggested reading 

1. पोल्ट्री फार्म की आम बीमारियाँ और उनके आयुर्वेदिक एवं प्राकृतिक उपाय

2..जैविक खेती (Organic Farming): टिकाऊ कृषि और स्वस्थ जीवन की दिशा

3..प्राकृतिक खेती (Natural Farming): टिकाऊ कृषि और स्वस्थ भविष्य की दिशा

4..FAO – Poultry Health and Disease Management

Tags

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)
This website uses cookies to ensure you get the best experience. Learn more